“यमुना बचाओ” (Yamuna Bachao) केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है। भारत की एक प्रमुख पवित्र नदी यमुना, आज प्रदूषण, गंदगी और अनदेखी के कारण अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। इस नदी को बचाने के लिए हमारा यह संकल्प और कदम ही आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ व पवित्र यमुना दे सकता है।
यमुना बचाओ क्यों जरूरी है?
- यमुना गंगा की प्रमुख सहायक नदी है, जो करोड़ों लोगों के लिए जीवनरेखा है।
- यह दिल्ली, मथुरा, वृंदावन और आगरा जैसे पवित्र व ऐतिहासिक नगरों से होकर बहती है।
- लगातार औद्योगिक अपशिष्ट, घरेलू गंदगी और प्लास्टिक कचरे से यह नदी गंभीर रूप से प्रदूषित हो चुकी है।
- इसके जल में जीवन समाप्त हो रहा है, और धार्मिक आस्था भी आहत हो रही है।
यमुना बचाओ अभियान | Yamuna Bachao Abhiyan
Yamuna Bachao Abhiyan एक सामूहिक प्रयास है जिसमें समाज के हर वर्ग – विद्यार्थी, युवा, संत, पर्यावरणविद्, और सामाजिक संगठन – यमुना की रक्षा के लिए एकजुट हो रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य है:
✅ यमुना की सफाई और पुनर्जीवन
✅ जागरूकता कार्यक्रम और जनसंवाद
✅ प्लास्टिक व प्रदूषण मुक्त घाट
✅ सरकारी नीतियों में बदलाव की माँग
✅ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व का प्रचार
यमुना बचाओ यात्रा | Yamuna Bachao Yatra
Yamuna Bachao Yatra इस अभियान का एक प्रमुख अंग है। यह यात्रा यमुना के किनारे बसे विभिन्न शहरों और गाँवों से होकर गुजरती है, जहाँ जनसभा, सफाई अभियान और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
यात्रा के उद्देश्य:
- यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाना
- घाटों की सफाई और पौधारोपण
- स्थानीय लोगों को शामिल करना
- सरकार और प्रशासन को जागरूक करना
यात्रा में अब तक हजारों लोग शामिल हो चुके हैं और यह सिलसिला निरंतर जारी है।
आप क्या कर सकते हैं?
आप भी इस “yamuna bachao abhiyan” का हिस्सा बन सकते हैं:
✔️ अपने क्षेत्र में यमुना सफाई अभियान चलाएँ
✔️ प्लास्टिक और रासायनिक कचरा नदी में न डालें
✔️ जागरूकता फैलाएँ — स्कूलों, मंदिरों और समाज में
✔️ Yamuna Bachao Yatra में भाग लें
✔️ सोशल मीडिया पर पोस्ट और वीडियो के माध्यम से जुड़ें
संपर्क करें / हमारे साथ जुड़ें
वेबसाइट: www.shripritamdhamtrust.in
WhatsApp / कॉल: +91-9654786003
निष्कर्ष:
“यमुना बचाओ” केवल पर्यावरण की रक्षा का प्रयास नहीं है, यह हमारी संस्कृति, आस्था और भविष्य की सुरक्षा का अभियान है।
“जब तक यमुना बहेगी, तब तक धर्म और जीवन का प्रवाह बना रहेगा।”
यमुना को बचाएँ — जीवन बचाएँ।